Mughal E Azam(1960):
Teri mehfil me kismat aazma ke hum bhi dekhenge(Lyrics)
Singer: LATA MANGESHKAR, SHAMSHAD BEGUM
घडी भर को तेरे नजदीक आकर हम भी देखेंगे. …..(२)
तेरी महिफल में किस्मत आझमा कर हम भी देखेंगे,
तेरा कदमो पे सर अपना जुका कर हम भी देखेंगे ….(२)
बहारें आज पैगाम-ए-मोहब्बत लेके आई है,
बड़ी मुद्दत में उमीदों कि कलियाँ मुस्करायी हैं…(२)
ग़म-ए-दिल से ज़रा दामन बचाकर हम भी देखेंगे……(२)
अगर दिल गम से खाली हो तो जीने का मज़ा क्या है,
ना हो खून-ए-जिगर तो अश्क पीने का मज़ा क्या है……(२)
मोहब्बत में ज़रा आंसू बहा कर हम भी देखेंगे…..(२)
तेरी महफिल में……
महोबत करने वालोंका इतना ही अफसाना ,
तडपना चुपके चुपके आह भरना घुटके मर जाना…….(२)
किसी दिन ये तमाशा मुस्करा के हम भी देखेंगे…….(२)
तेरी महफिल में……
महोबत हमने माना जिंदगी बर्बाद कर दी
ये क्या कम है के मर जाने पर दुनिया याद करती है……(२)
किसी के इश्क में दुनिया लूटकर हम भी देखेंगे……(२)
तेरा कदमो पे सर अपना जुका कर हम भी देखेंगे.
घडी भर को तेरे नजदीक आकर हम भी देखेंगे.
तेरी महिफल में किस्मत आझमा कर हम भी देखेंगे.
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